वो गर्मीयो की शाम, वो चौराहे का जाम, वो "बस स्टैंड" की हवा , वो सरकरी हॉस्पिटल की दवा", वो बाजार की "शाँपींग"...
वो गर्मीयो की शाम,
वो चौराहे का जाम,
वो "बस स्टैंड" की हवा ,
वो सरकरी हॉस्पिटल की दवा",
वो बाजार की "शाँपींग",
वो कल्यण गंज की"हिटिंग"
वो "बस स्टैंड" की "पावभाजी,
वो "बस स्टैंड" की " टिक्की
" वो कुल बागवान " का "शेक",
और "सफ्रेंड्स बकरी "का "केक",
वो "चाइना टाउन का "मूमुस",
वो "चरपर वार" का "समोसा",
वो "रामफूल" की *Real-Gold* "चाय",
वो काजू की नमकीन,
वो पंडित जी का ब्रेड पकोडा
और jodphur मिष्ठान की रबडी
वो गर्ल स्कूल के नजारे,
वो खरय खेत के ठंडे "फवारे",
वो संस्कार कॉलेज" की "सडके",
जहा कितने "दिल" धडके,
वो मस्ती की बाते,
ऐसी है कुछ हमारे "India" की "यादे"